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Wednesday, December 10, 2014

Justice for innocent girl in jahangir puri




Gurgaon Party, Vasant vihar cab, Smart phone app for ubar cab service, Inderlok metro station,
Ubar cab service 'Rap kand' (Gurgaon Party, Vasant vihar cab, Smart phone app for ubar cab service, Inderlok metro station,) ko lakar har news channel, har politicenes, Har ‘NGO’ mai Rosh hai lekin usi din Jahangir puri mai Ek nabalig 12-13 years ki ladki ka gang rap karne ke baad hatya karke uski body ke 2 tukde karke Fenk diye jate hai, Usko lakar koi gambhir nahi hai, na Police, na parshasan, na koi ‘NGO’ Aakhir kyon, Kyon kyonki wo ladki Ek garib ghar kit hi, Gharo mai kaam karke apna aur apne pariwaar walon ka pet bhar rahi thi, aur ye mamla ki high profile ‘Ubar cab Company’ se releted nahi tha, Lekin 21th century mai rehte huye bhi aaj ye baat sochne par majboor kar deti hai, Ki garib ki beti ke koi Ijjat nahi hai ye uski jaan ki koi valyu nahi hai, Kya wo apne maa-baap ki pyari beti nahi thi kya. Kya aap Us garib ladki ko insaff dilane ki muhim mai mera sath denge.

Wednesday, August 6, 2014

Benefits of almond

बादाम खाना जितना शरीर के लिए फायदेमंद होता है उतना ही बादाम का तेल भी हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। बादाम के तेल में विटामिन ए,बी और ई पोषक तत्व पाएं जाते है।

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बादाम

  1. बादाम के तेल का रोजाना प्रयोग करने से हमारा शरीर तंदुरूस्त रहता है। बादाम खाने से दिमाग तेज होता है। बादाम के तेल का रोजाना प्रयोग बुद्धि और नसों के लिए फायदेमंद साबित होता है।
  2. बादाम के तेल का प्रयोग आंखों के आसपास हुए काले-घेरों के लिए भी लाभकारी है। बादाम के तेल से आंखों के आसपास मसाज करनी चाहिए।
  3. बादाम के तेल से सिर पर मालिश करने से बालों की समस्या दूर होती है। बाल झड़ना बंद हो जाते है।
  4. बादाम के तेल की मालिश युवतियों अपने स्तनों के बढ़ाव के लिए भी कर सकती है।
  5. बादाम के तेल का प्रयोग करने से पेट के कई रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है।
  6. अगर शरीर पर कोई घाव हो जाएं तो बादाम के तेल का प्रयोग घाव पर करना चाहिए।
  7. अगर नाखून ठीक से नहीं बढ़ रहे हों तो बादाम के तेल से मसाज करनी चाहिए।
  8. बादाम के तेल का प्रयोग रोजाना करने से त्वचा का रंग भी निखर जाता है।
  9. बादाम के तेल से चेहरे पर मसाज करने से त्वचा में चमक आ जाती है।
  10. बादाम के तेल से सिर पर मालिश करने से बाल लंबे, घने हो जाते है।
  11. बादाम के तेल का प्रयोग करने से चेहरे में झुर्रियां जल्दी नहीं पड़ती।
  12. बादाम के तेल का प्रयोग फटे होठों के लिए भी लाभकारी होता है।

Benefits of banana

केले के बारे में आप जितना जानते हैं, वो काफी नहीं है, क्योंकि लगभग 10000 सालों से केला मनुष्य के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है। दुनिया के बहुत से देशों में केले की खेती की जाती है। इसका सेवन अधिकांश लोग केले को मात्र एक ताकत देने वाला फल मानकर सेवन करते हैं। दरअसल इसका कारण ये है कि बहुत ही कम लोग हैं, जो इसके अन्य औषधीय गुणों से भी परिचित हैं। चलिए आज जानते हैं केले के ऐसे ही कुछ खास गुणों के बारे में।
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केला
  1. केले और केले के अन्य अंगों के औषधीय गुणों के संदर्भ में रोचक जानकारियों और परंपरागत हर्बल ज्ञान का जिक्र कर रहे हैं डॉ. दीपक आचार्य (डायरेक्टर-अभुमका हर्बल प्रा. लि. अहमदाबाद)। डॉ. आचार्य पिछले 15 सालों से अधिक समय से भारत के सुदूर आदिवासी अंचलों जैसे पातालकोट (मध्य प्रदेश), डांग (गुजरात) और अरावली (राजस्थान) से आदिवासियों के पारंपरिक ज्ञान को एकत्रित कर, उन्हें आधुनिक विज्ञान की मदद से प्रमाणित करने का कार्य कर रहें हैं।
  2. कई रसायनिक और कृत्रिम दवाओं के सेवन के बाद अक्सर मुंह में छाले आने की शिकायत होती है। कच्चे केले को सुखाकर चूर्ण तैयार कर लें। इस चूर्ण की थोड़ी-सी मात्रा छालों पर लगाएं। छालों में बहुत जल्दी आराम मिलेगा। आधुनिक शोधों से पता चलता है कि कच्चे केले में एक महत्वपूर्ण फ़्लेवोनोईड रसायन ल्युकोसायनिडिन पाया जाता है, जो छालों के ठीक करने में सक्षम होता है।- प्रोस्टेट के रोगियों को कच्चे केले के छिलकों का चूर्ण तैयार कर रोजाना कम से कम 2 ग्राम लेना चाहिए। माना जाता है कि केले के छिलकों का चूर्ण प्रोस्टेट ग्रंथि की वृद्धि रोकने में मदद करता है।
  3. केले के पौधे के बीच का सफेद हिस्सा किडनी स्टोन (पथरी) बनने से रोकता है। आधुनिक शोधों से पता चलता है कि पौधे का यह हिस्सा ओक्सेलेट को बनने से रोकने में सक्षम होता है - केले का ज्यादा सेवन करने वाले लोग अल्ट्रावायलेट किरणों के प्रभाव से कम प्रभावित होते हैं।
  4. केले की जड़ों में भी रक्त शर्करा कम करने के जबरदस्त गुण हैं, बाजार में उपलब्ध ग्लायबेन्क्लामाईड जैसी दवाओं के साथ तुलनात्मक अध्ययन में केले की जड़ों के उपयोग से बेहतर परिणाम प्राप्त हुए हैं। इसलिए कच्चा केला भी डायबिटीज नियंत्रण में कारगर है।
  5. खाना खाने के बाद केला खाने से भोजन आसानी से पच जाता है- कच्चे केले में स्टार्च पाया जाता है, जो पाचन क्रिया की गति धीमी कर देता है। इसलिए दस्त होने की स्थिति पर हरे केले का सेवन दस्त रोकने में मदद करता है।
  6. गर्भावस्था में महिलाओं के लिए केला बहुत अच्छा होता है, क्योंकि यह विटामिन से भरपूर है।
  7. जी मिचला रहा हो तो पका केला कटोरी में फेंट कर एक चम्मच मिश्री या चीनी और एक छोटी इलायची पीस कर मिला कर खाएं। राहत मिलेगी।
  8. केले में कार्बोहाइड्रेट पर्याप्त मात्रा में होता है। यह खून में वृद्धि करके शरीर की ताकत को बढ़ाता है।
  9. कच्चे केले को दूध में मिलाकर लगाने से त्वचा निखर जाती है और चेहरे पर भी चमक आ जाती है।
  10. आंतों का अल्सर या पेट से जुड़े अन्य रोगों में केला खाना चाहिए।
  11. केले का सेवन यदि दूध के साथ किया जाय तो तो कुछ ही दिनों में स्वास्थ्य पर इसका अच्छा प्रभाव देखा जा सकता है।
  12. रोज सुबह एक केला और एक गिलास दूध पीने से वजन कंट्रोल में रहता है। साथ ही बार-बार भूख भी नहीं लगती- कब्ज के मरीजों के लिए भी यह अच्छा रहता है।
  13. केले में मैग्नीशियम की काफी मात्रा होती है। इसलिए यह कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए लाभदायक है। यह शरीर की धमनियों में खून को जमने नहीं देता है।
  14. केला बच्चों के लिए बहुत अच्छा और पौष्टिक होता है। दस्त की समस्या में बच्चों को केला मैश करके देने से उन्हें कमजोरी नहीं आती है।
  15. केले के तने के सफेद भाग के रस का नियमित सेवन करने से डायबिटीज की बीमारी धीरे-धीरे खत्म हो जाती है।
  16. पका हुआ केला, जो लगभग गल चुका हो, घाव पर लगाया जाए तो घाव जल्द सूख जाता है।http://jkhealthworld.com/hindi/केला

Monday, June 9, 2014

Healthy sex-2

  1. कामक्रीड़ा के दौरान हर बार अगर पुरुष ही स्‍त्री के ऊपर रहे, तो यह बोरिंग हो जाता है. सेक्‍स में ज्‍यादा मजा लेने के लिए जरूरी है कि स्त्रियों को ऊपर की स्थिति में लाया जाए. इस पोजिशन में महिलाएं खुद को इस गेम में 'कंट्रोलर' महसूस करती हैं. इससे मस्‍ती में भरपूर इजाफा होता है।

  1. आप पहले ही यह पता कर लें कि शरीर के किस भाग को सहलाने या रगड़ने से आपके पार्टनर को ज्‍यादा उत्तेजना महसूस होती है. इसी के मुताबिक फोरप्‍ले करें।

  1. अगर फीमेल पार्टनर ऊपर की पोजिशन में हो, तो वह इस गेम की 'स्‍पीड' को खुद ही कंट्रोल कर सकती है. ऐसे में वह खुद तय कर सकती है कि उसे क्‍या अच्‍छा लग रहा है।

  1. बेडरूम में चॉकलेट सॉस रखें. जिस अंग की ओर अपने पार्टनर का ध्‍यान खींचना हो, इस सॉस को उसके ऊपर अच्‍छे तरीके से लगा लें।

  1. हमेशा बेडरूम में ही सेक्‍स नीरसता ला देता है. बीच-बीच में बालकनी, वॉशरूम या गार्डेन जैसी जगहों पर भी स्‍वच्‍छंद तरीके से यौन-संबंध का आनंद लें।

  1. अपने पार्टनर का पूरा फोकस अपनी ओर लाने के लिए सेक्‍सी अंदाज में कराहना या सी-सी की आवाज निकालना भी एक बेहतर तरीका है. वात्‍स्‍यायन ने कामसूत्र में इसे 'सीत्‍कार' कहा है।

  1. हर बार एक ही पोजिशन में सेक्‍स न करें. हर बार कुछ न कुछ नया करने की कोशिश करें।

  1. अपने पार्टनर से खूब प्‍यार भरी बातें करें. इन प्‍यार भरी बातों में सेक्‍स का नशा घुला हो, तो बात ही क्‍या है।

  1. संबंध बनाने से पहले अगर नहा-धोकर तरोताजा हो लें, तो सेक्‍स का मजा दोगुना हो जाएगा।

  1. अपनी आंखें बंद कर लें. इसके बाद ख्‍वाबों की दुनिया में खो जाएं. कल्‍पना करें कि आप उससे संभोग कर रहे हैं, जिससे आपका मन चाह रहा हो।

  1. स्‍त्री के गर्दन पर कोमलता के साथ किस करें. यह भाग भी संवेदनशील होता है. महिलाओं को इस पर चुंबन खूब भाता है।

  1. फीमेल पार्टनर को चार्ज होने का पूरा मौका दें. इसके लिए आप चाहे कोई भी तरीका अपना सकते हैं. चीभ के अगले भाग और उंगलियों का पूरा इस्‍तेमाल कर सकते हैं।

  1. फीमेल पार्टनर को चार्ज होने का पूरा मौका दें. इसके लिए आप चाहे कोई भी तरीका अपना सकते हैं. चीभ के अगले भाग और उंगलियों का पूरा इस्‍तेमाल कर सकते हैं।

  1. बेडरूम में भी कलाकारी दिखालाने का मौका न चूकें. चित्रकारी के लिए इस्‍तेमाल किया जाने वाला पेंट ब्रेश लें और इसे अपने पार्टनर के सभी संवेदनशील अंगों पर फिराएं।

  1. अच्‍छी तरह स्‍नान करने के बाद बिस्‍तर पर जाकर देह पर शहद की कुछ बूंदे गिरा दें. इसके बाद देखें कि आगे क्‍या-क्‍या होता है।

  1. अच्‍छी तरह स्‍नान करने के बाद बिस्‍तर पर जाकर देह पर शहद की कुछ बूंदे गिरा दें. इसके बाद देखें कि आगे क्‍या-क्‍या होता है।

  1. सेक्‍स के दौरान गहराई से सांस लें. इससे आपको वातावरण खुशनुमा बनाने में मदद मिलेगी।

  1. पार्टनर के सभी संवेदनशील अंगों पर जीभ फिराएं और फिर लगातार ऐसी ही शरारतें करें. इसे मजा और बढ़ जाता है।
  2. संभोग शुरू करने से पहले घर के भीतर के कुछ रोचक काम साथ-साथ निपटाएं. इससे प्‍यार में इजाफा होता है।

  1. अगर मौसम गर्म हो, तो बर्फ के कुछ टुकड़े लेकर अपने पार्टनर के संवेदनशील अंगों पर डाल दें. इससे रोमांच और बढ़ जाएगा।

Tuesday, June 3, 2014

Llips care

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      यदि आप किसी व्यक्ति से पहली बार मिले और उसके विषय में खास बातें मालूम हो जाएं तो आपके लिए उसके साथ किसी भी प्रकार का व्यवहार करना कितना आसान हो जाएगा। ज्योतिष की सामुद्रिक विद्या के अनुसार कुछ ऐसे संकेत बताए गए हैं, जिनसे व्यक्ति का स्वभाव और खास बातें मालूम हो जाती हैं।

      व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कुराहट देखकर हमें प्रसन्नता होती है। इसी मुस्कुराहट और होंठों को ध्यान से देखकर किसी भी स्त्री या पुरुष के स्वभाव को समझा जा सकता है। ज्योतिष में शरीर के लक्षणों के देखकर व्यक्तित्व और भविष्य बताने की विधि को सामुद्रिक विद्या कहते हैं। ये ज्योतिष का अभिन्न अंग है। सामुद्रिक विद्या के अनुसार मनुष्य के सिर से लेकर पैर तक हर अंग के अपने कुछ लक्षण होते हैं, उसकी बनावट, आकार और रंग हमारे व्यक्तित्व के रहस्यों पर तो रोशनी डालते ही हैं, साथ ही भविष्य भी बताते हैं। किसी भी व्यक्ति के होंठों को देखकर ये आसानी से बताया जा सकता है कि वह व्यवहार, आचार-विचार और कार्यक्षेत्र में कैसा है।
      किसी भी व्यक्ति से मिलते समय सबसे पहले हमारी नजर उसके चेहरे पर पड़ती है और उस समय होंठों को ध्यान से देखा जाए तो कुछ खास बातें आप आसानी से समझ जाएंगे। सभी लोगों के होंठ अलग-अलग प्रकार के होते हैं। यहां जानिए होंठों के आकार और बनावट के अनुसार स्वभाव की खास बातें...
मोटे होंठ- जिस व्यक्ति के होंठ सामान्य से अधिक मोटे दिखाई देते हैं, वे क्रोधी स्वभाव के होते हैं। ये लोग छोटी-छोटी बातों पर भी गुस्सा हो जाते हैं। कभी-कभी इनका क्रोध इन्हें किसी परेशानी में डाल सकता है। ये लोग भावना प्रधान और जिद्दी भी होते हैं।
रसिक होंठ- लाल रंग, मृदुल, चिकने, कलात्मक होंठ रसिक होंठ कहलाते हैं। ऐसे होंठ वाला व्यक्ति सुंदर, कला प्रिय और अच्छे स्वभाव का होता है। रसिक होंठ वाले लोग समाज और घर-परिवार  में मान-सम्मान प्राप्त करने वाले होते हैं। ये लोग अपने कार्य क्षेत्र में उच्च शिखर तक जाते हैं और जीवन में कई उपलब्धियां हासिल करते हैं।
गुलाबी होंठ- जिस व्यक्ति के होंठों का रंग गुलाबी होता है, वह व्यवहार कुशल, उदार और बुद्धिमान होता है। ऐसे होंठ वाले लोग अपने व्यवहार के बल पर सभी का मन मोह लेते हैं। इनके मित्रों की संख्या भी अधिक होती है।
उभरे हुए होंठ- जिन लोगों के होंठ सामान्य स्थिति से अधिक उभरे हुए दिखाई देते हैं, वे डरपोक स्वभाव के हो सकते हैं। ऐसे लोग किसी भी कठिन परिस्थिति को हल करने का रास्ता आसानी से खोज नहीं पाते हैं।
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अंदर की ओर धंसे हुए होंठ- जिस व्यक्ति के होंठ सामान्य स्थिति से अधिक अंदर की ओर धंसे हुए हो वह रहस्यमय स्वभाव वाले होते हैं। इन लोगों के मन की बात समझना काफी मुश्किल होता है। अंदर धंसे हुए होंठ वाले व्यक्ति अच्छे योजनाकार होते हैं और ये लोग अपनी योजना को गुप्त रखने वाले होते हैं।
बड़े होंठ- जिन लोगों के होंठ सामान्य स्थिति से अधिक बड़े दिखाई देते हैं, वे  अच्छे खाने के शौकीन होते हैं। इन्हें तरह-तरह के व्यंजन बहुत जल्दी लुभाते हैं।  सामान्यत: ऐसे लोग जल्दी ही आवेश में आ जाते हैं, लेकिन इनका गुस्सा जल्दी ठंडा भी हो जाता है।
संकुचित होंठ- छोटे-पतले होंठ संकुचित होंठ कहलाते हैं। यदि किसी व्यक्ति के ऐसे होंठ हैं और वे बेरंग भी हैं तो ऐसा व्यक्ति दिखावा करने वाला होता है। बेरंग, छोटे और पतले होंठ वाले व्यक्ति अन्य लोगों पर अपना प्रभाव बनाने की चेष्टा करते हैं।
होंठ पर तिल हो तो-
1.         यदि किसी व्यक्ति के होंठ पर तिल है तो ऐसे होंठ वाले व्यक्ति बहुत कामुक स्वभाव के होते हैं। विपरीत लिंग के प्रति इनके मन में कई तरह प्रकार के कामुक विचार चलते रहते हैं। ऐसे लोग दूसरों को बहुत जल्दी प्रभावित करने में सक्षम होते हैं।
2.         यदि होंठ के ठीक नीचे तिल हो तो ऐसे लोग कठिन परिश्रम करते हैं और आसानी से धन लाभ अर्जित नहीं कर पाते हैं। इन्हें कठिन मेहनत के बाद भी लाभ प्राप्त होता है।
3.         कभी-कभी अचानक ही होंठों का फड़कना शुरू हो जाता है। अंगों के फड़कने का ज्योतिष में गहरा महत्व है। अत: जब किसी व्यक्ति के होंठ फड़के तो यह उसे कोई प्रिय वस्तु के मिलने का संकेत होता है।
      ध्यान रखें, व्यक्ति के पूरे शरीर की बनावट के अध्ययन के आधार पर ही सटीक भविष्यवाणी की जा सकती है। सभी अंगों का अलग महत्व होता है। यहां होंठों के अनुसार स्वभाव की बातें बताई गई हैं, लेकिन अन्य अंगों के प्रभाव से ये फल बदल भी सकते हैं।

Friday, May 30, 2014

Meri maa



Thursday, May 29, 2014

Neem ke gun

घर के आँगन में नीम के पेड़ को लेकर कितने ही सांस्कृतिक बिम्ब हमारे सामाजिक जीवन में उभरे है , हिंदी साहित्य तथा गीतों में भी नीम का खुलकर बखान हुआ है
नीम के गुण
नीम के बारे बचपन से सुना था यह कई प्रकार के रोगों में काम आता है पर कुछ दिनों पहले जब मैं अस्वस्थ था तो नीम के बारे में बहुत सी जानकारियां मिली नीम के पत्तो का काफी उपयोग भी किया गया मेरे लिए | नीम हमारे भारतीय मूल कि प्रजाति है जो सबसे अधिक मूल्यवान है लेकिन आज कल कि पीढ़ी को इसके बारे में बहुत ही कम जानकारी  है नीम बहुत ही गुणकारी पेड़ है नीम की पत्तिया , छाल , नीम के फल सभी बहुत ही गुणकारी है | नीम की पत्तियों का धुँआ मच्छरों और कीड़े मकोडो को दूर भगाता है कुछ समय पहले तक इसका इस्तेमाल बड़े -बड़े गोदामो में नीम की पत्तियों का धुआं फैका जाता था जिसके कारण भंडारित अनाज में कीट पतंगे नहीं लगते थे , नीम के छाल से कई प्रकार के रसायन मिलते है जो चमड़ा रंगने  के काम आते है नीम का उपयोग तेल साबुन , दन्त मंजन बनाने में भी किया जाता  है | नीम के वृक्ष में अन्य पेड़ की अपेक्षा अधिक ओक्सिजन होती है | आदि काम में हमारे ऋषि मुनि भी कहा करते थे की नीम हवा को साफ़ करता है इसके हर भाग में औषधिक गुण  है इसी कारण हमारे बुजुर्ग सदियों से घरो के समीप नीम के पेड़ लगाते आये है | 
आदि काल से इसका नाम उन देवताओ के साथ लिया जाता है जो रोगों और बीमारियों से हमारी रक्षा करते आये है सदियों से किसान अनाज को कीड़ो से बचाने  के लिए नीम का पत्तो का प्रयोग करता आया है गावो में चरम रोगों होने पर भी नीम की पत्तियों को उबाल कर नहाने की सलाह दी जाती है, पेट के कीड़ो और गठिया रोगों में भी नीम का तेल दवा के रूप में काम आता है | सदियों से हमारे पूर्वज नीम को घरेलु चिकित्सक के रूप में प्रयोग करते आये है  आयुर्वेद में नीम को " सर्वरोग निवारण " की संज्ञा दी गई है | और भी ऐसी बहुत सी बीमारियाँ है जिसमे नीम का उपयोग होता है  |

गाव देहात के लोगो पुराने समय से नीम के गुणों को जानते आये है परन्तु  आज नीम का उपयोग पूर्ण  रूप से नहीं हो रहा है गावो में अक्सर लोग नीम का दातुन के रूप में इस्तेमाल करता है जो मुह के कई रोगों से रक्षा करता है हम खुद भी जब भी गाव जाते है टूथब्रश का इस्तेमाल बहुत ही कम करते है दातुन का ही प्रयोग करते है
..............घर के आँगन में नीम के पेड़ को लेकर कितने ही सांस्कृतिक बिम्ब हमारे सामाजिक जीवन में उभरे है , हिंदी साहित्य तथा गीतों में भी नीम का खुलकर बखान हुआ है  सांप के काटने पर भी नीम की पत्तियों खिलाने का प्रचलन भी देहातो में है नीम के अनेको गुण है  जिन लोगो ने इसे गंभीरता से जांचा परखा है उनका मानना है नीम अपने से दूसरी प्रजाति के पेड़ पौधों को भी सुरक्षा प्रदान करता है |

.........नीम में में विशेषताओं का खजाना  लबालब भरा पड़ा है जो सिर्फ अधिक फसलो से उत्पादन में हमारी मदद करता है बल्कि भयंकर बीमारियों के उपचार हेतु प्रयोग में लाया जाता है|

नीम की महता को देखते हुए आज आवश्यकता इस बात की है की इस पेड़ को बहुमूल्य राष्ट्रीय  संपदा  घोषित किया जाए ............! 

Wednesday, May 28, 2014

Name of disease