सर्दियों में स्वस्थ
रहने के उपाय
परिचय-
सर्दियों में सेहत का बहुत ज्यादा खयाल रखना पड़ता है क्योंकि इस मौसम में जरा सी लापरवाही करते
ही सर्दी लग जाती है और बहुत से रोग पैदा हो जाते हैं जैसे- जुकाम, खांसी, गला
खराब होना, त्वचा का फटना आदि। इसलिए जहां तक हो सके सर्दी का मौसम आते ही कुछ
जरूरी बातों का ध्यान रखें तो न तो आपको सर्दी लगेगी और न ही किसी तरह का रोग होगा-

जेब में हाथ
डालकर न चलें- ठंड के मौसम
में ज्यादातर लोग अपनी जेब में हाथ डालकर चलते हैं
जो कि सही नहीं है। असल में हाथों को खुला छोड़कर चलने से मांसपेशियों की कसरत हो जाती है। इससे खून का प्रवाह तेज होकर ऊष्मा पैदा
करने में शरीर की मदद करता है।
जमकर प्रोटीन
खाएं- प्रोटीन के हजम होने के बाद शरीर का तापमान बढ़ जाता है लेकिन इसे पचाने के लिए शरीर को काफी मेहनत
करनी पड़ती है, जिस कारण इसे ज्यादा ऊर्जा की जरूरत पड़ती है।
इससे ऊष्मा पैदा होती है और जो हमारे शरीर को गर्म रखती है। इसके लिए दूध और इससे बनी चीजों का
नियमित रूप से सेवन
करना चाहिए।
कैफीनरहित पेय
पिएं -सर्दी के मौसम में गर्म कॉफी या चाय पीने से कुछ
देर के लिए शरीर में गर्मी महसूस होती है। लेकिन इनके अंदर मौजूद कैफीन शरीर की उष्मा को कम कर देता है। इसलिए इनके स्थान पर
कैफीनरहित या
हर्बल पेय का सेवन करना ज्यादा
अच्छा रहता है।
अच्छी बातों को
याद करें-काफी शोधों के बाद यह बात स्पष्ट
होती है कि पुरानी बातों को याद करके भी खुद को गर्म
रखा जा सकता है। ऐसा करने से शरीर का
तापमान बढ़ने के साथ ही शरीर में ठंड बर्दाश्त करने की क्षमता भी बढ़ जाती है।
घर में अकेले न
रहें -घर के बाहर घूमने-फिरने या किसी पार्टी आदि में जाने से भी ठंड कम महसूस होती है।
घर में रहने पर भी ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच रहने
से ध्यान ठंड की तरफ नहीं जाता और ज्यादा सर्दी भी नहीं लगती।
सर्दियों के कपड़े
पहनें-सर्दियों का मौसम आते ही कभी
कम तो कभी ज्यादा सर्दी लगती है। इसलिये कपड़े पहनने में
बिल्कुल भी लापरवाही न करें। अगर सर्दी कम हो तब भी गर्म कपड़ों से परहेज न करें।
ठंड सबसे पहले सिर, हाथों व पैरों से चढ़ती है इसलिए जहां तक हो सके शरीर को ढककर ही रखें।
धूप का भरपूर
आनन्द लें-सर्दियों की धूप बहुत सुहावनी
होती है और इससे
विटामिन डी भी प्रचुर मात्रा में
मिलता है। धूप से सुस्त त्वचा को ऊर्जावान पोषण
मिलता है। सर्दियों के मौसम में सुबह उगते हुए सूरज की किरणों का भरपूर आनन्द लेना न भूलें। इससे जहां मन को सुकून
मिलता है वहीं शरीर को
प्राकृतिक ऊर्जा भी मिलती है।
No comments:
Post a Comment