Ubar
cab service 'Rap kand' (Gurgaon Party, Vasant vihar cab, Smart phone app for ubar cab service, Inderlok metro station,) ko lakar har news channel, har politicenes, Har ‘NGO’ mai
Rosh hai lekin usi din Jahangir puri mai Ek nabalig 12-13 years ki ladki ka
gang rap karne ke baad hatya karke uski body ke 2 tukde karke Fenk diye jate
hai, Usko lakar koi gambhir nahi hai, na Police, na parshasan, na koi ‘NGO’
Aakhir kyon, Kyon kyonki wo ladki Ek garib ghar kit hi, Gharo mai kaam karke
apna aur apne pariwaar walon ka pet bhar rahi thi, aur ye mamla ki high profile
‘Ubar cab Company’ se releted nahi tha, Lekin 21th century mai rehte huye bhi
aaj ye baat sochne par majboor kar deti hai, Ki garib ki beti ke koi Ijjat nahi
hai ye uski jaan ki koi valyu nahi hai, Kya wo apne maa-baap ki pyari beti nahi
thi kya. Kya aap Us garib ladki ko insaff dilane ki muhim mai mera sath denge.
There are a lot of information about health. This is very useful for everyone. everyone can read, share, comment in this blog.
Wednesday, December 10, 2014
Wednesday, August 6, 2014
Benefits of almond
बादाम खाना जितना शरीर के लिए
फायदेमंद होता है उतना ही बादाम का तेल भी हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
बादाम के तेल में विटामिन ए,बी और ई पोषक तत्व पाएं जाते है।
बादाम |
- बादाम के तेल का रोजाना प्रयोग करने से हमारा शरीर तंदुरूस्त रहता है। बादाम खाने से दिमाग तेज होता है। बादाम के तेल का रोजाना प्रयोग बुद्धि और नसों के लिए फायदेमंद साबित होता है।
- बादाम के तेल का प्रयोग आंखों के आसपास हुए काले-घेरों के लिए भी लाभकारी है। बादाम के तेल से आंखों के आसपास मसाज करनी चाहिए।
- बादाम के तेल से सिर पर मालिश करने से बालों की समस्या दूर होती है। बाल झड़ना बंद हो जाते है।
- बादाम के तेल की मालिश युवतियों अपने स्तनों के बढ़ाव के लिए भी कर सकती है।
- बादाम के तेल का प्रयोग करने से पेट के कई रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है।
- अगर शरीर पर कोई घाव हो जाएं तो बादाम के तेल का प्रयोग घाव पर करना चाहिए।
- अगर नाखून ठीक से नहीं बढ़ रहे हों तो बादाम के तेल से मसाज करनी चाहिए।
- बादाम के तेल का प्रयोग रोजाना करने से त्वचा का रंग भी निखर जाता है।
- बादाम के तेल से चेहरे पर मसाज करने से त्वचा में चमक आ जाती है।
- बादाम के तेल से सिर पर मालिश करने से बाल लंबे, घने हो जाते है।
- बादाम के तेल का प्रयोग करने से चेहरे में झुर्रियां
जल्दी नहीं पड़ती।
- बादाम के तेल का प्रयोग फटे होठों के लिए भी लाभकारी होता है।
Benefits of banana
केले के बारे में आप जितना जानते
हैं, वो
काफी नहीं है, क्योंकि लगभग 10000 सालों से केला मनुष्य के जीवन
का एक अभिन्न हिस्सा है। दुनिया के बहुत से देशों में केले की खेती की जाती है।
इसका सेवन अधिकांश लोग केले को मात्र एक ताकत देने वाला फल मानकर सेवन करते हैं।
दरअसल इसका कारण ये है कि बहुत ही कम लोग हैं, जो इसके अन्य
औषधीय गुणों से भी परिचित हैं। चलिए आज जानते हैं केले के ऐसे ही कुछ खास गुणों के
बारे में।
केला |
- केले और केले के अन्य अंगों के औषधीय गुणों के संदर्भ में रोचक जानकारियों और परंपरागत हर्बल ज्ञान का जिक्र कर रहे हैं डॉ. दीपक आचार्य (डायरेक्टर-अभुमका हर्बल प्रा. लि. अहमदाबाद)। डॉ. आचार्य पिछले 15 सालों से अधिक समय से भारत के सुदूर आदिवासी अंचलों जैसे पातालकोट (मध्य प्रदेश), डांग (गुजरात) और अरावली (राजस्थान) से आदिवासियों के पारंपरिक ज्ञान को एकत्रित कर, उन्हें आधुनिक विज्ञान की मदद से प्रमाणित करने का कार्य कर रहें हैं।
- कई रसायनिक और कृत्रिम दवाओं के सेवन के बाद अक्सर मुंह में छाले आने की शिकायत होती है। कच्चे केले को सुखाकर चूर्ण तैयार कर लें। इस चूर्ण की थोड़ी-सी मात्रा छालों पर लगाएं। छालों में बहुत जल्दी आराम मिलेगा। आधुनिक शोधों से पता चलता है कि कच्चे केले में एक महत्वपूर्ण फ़्लेवोनोईड रसायन ल्युकोसायनिडिन पाया जाता है, जो छालों के ठीक करने में सक्षम होता है।- प्रोस्टेट के रोगियों को कच्चे केले के छिलकों का चूर्ण तैयार कर रोजाना कम से कम 2 ग्राम लेना चाहिए। माना जाता है कि केले के छिलकों का चूर्ण प्रोस्टेट ग्रंथि की वृद्धि रोकने में मदद करता है।
- केले के पौधे के बीच का सफेद हिस्सा किडनी स्टोन (पथरी) बनने
से रोकता है। आधुनिक शोधों से पता चलता है कि पौधे का यह हिस्सा ओक्सेलेट को
बनने से रोकने में सक्षम होता है - केले का ज्यादा सेवन करने वाले लोग
अल्ट्रावायलेट किरणों के प्रभाव से कम प्रभावित होते हैं।
- केले की जड़ों में भी रक्त शर्करा कम करने के जबरदस्त गुण हैं, बाजार में उपलब्ध ग्लायबेन्क्लामाईड जैसी दवाओं के साथ तुलनात्मक अध्ययन में केले की जड़ों के उपयोग से बेहतर परिणाम प्राप्त हुए हैं। इसलिए कच्चा केला भी डायबिटीज नियंत्रण में कारगर है।
- खाना खाने के बाद केला खाने से भोजन आसानी से पच जाता है-
कच्चे केले में स्टार्च पाया जाता है, जो पाचन
क्रिया की गति धीमी कर देता है। इसलिए दस्त होने की स्थिति पर हरे केले का
सेवन दस्त रोकने में मदद करता है।
- गर्भावस्था में महिलाओं के लिए केला बहुत अच्छा होता है,
क्योंकि
यह विटामिन से भरपूर है।
- जी मिचला रहा हो तो पका केला कटोरी में फेंट कर एक चम्मच
मिश्री या चीनी और एक छोटी इलायची पीस कर मिला कर खाएं। राहत मिलेगी।
- केले में कार्बोहाइड्रेट पर्याप्त मात्रा में होता है। यह
खून में वृद्धि करके शरीर की ताकत को बढ़ाता है।
- कच्चे केले को दूध में मिलाकर लगाने से त्वचा निखर जाती
है और चेहरे पर भी चमक आ जाती है।
- आंतों का अल्सर या पेट से जुड़े अन्य रोगों में केला खाना
चाहिए।
- केले का सेवन यदि दूध के साथ किया जाय तो तो कुछ ही दिनों
में स्वास्थ्य पर इसका अच्छा प्रभाव देखा जा सकता है।
- रोज सुबह एक केला और एक गिलास दूध पीने से वजन कंट्रोल में रहता है। साथ ही बार-बार भूख भी नहीं लगती- कब्ज के मरीजों के लिए भी यह अच्छा रहता है।
- केले में मैग्नीशियम की काफी मात्रा होती है। इसलिए यह
कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए लाभदायक है। यह शरीर की धमनियों में खून को
जमने नहीं देता है।
- केला बच्चों के लिए बहुत अच्छा और पौष्टिक होता है। दस्त
की समस्या में बच्चों को केला मैश करके देने से उन्हें कमजोरी नहीं आती है।
- केले के तने के सफेद भाग के रस का नियमित सेवन करने से
डायबिटीज की बीमारी धीरे-धीरे खत्म हो जाती है।
- पका हुआ केला, जो लगभग गल चुका हो, घाव पर लगाया जाए तो घाव जल्द सूख जाता है।http://jkhealthworld.com/hindi/केला
Monday, June 9, 2014
Healthy sex-2
- कामक्रीड़ा के दौरान हर बार अगर पुरुष ही स्त्री के ऊपर रहे, तो यह बोरिंग हो जाता है. सेक्स में ज्यादा मजा लेने के लिए जरूरी है कि स्त्रियों को ऊपर की स्थिति में लाया जाए. इस पोजिशन में महिलाएं खुद को इस गेम में 'कंट्रोलर' महसूस करती हैं. इससे मस्ती में भरपूर इजाफा होता है।
- आप पहले ही यह पता कर लें कि शरीर के किस भाग को सहलाने या रगड़ने से आपके पार्टनर को ज्यादा उत्तेजना महसूस होती है. इसी के मुताबिक फोरप्ले करें।
- अगर फीमेल पार्टनर ऊपर की पोजिशन में हो, तो वह इस गेम की 'स्पीड' को खुद ही कंट्रोल कर सकती है. ऐसे में वह खुद तय कर सकती है कि उसे क्या अच्छा लग रहा है।
- बेडरूम में चॉकलेट सॉस रखें. जिस अंग की ओर अपने पार्टनर का ध्यान खींचना हो, इस सॉस को उसके ऊपर अच्छे तरीके से लगा लें।
- हमेशा बेडरूम में ही सेक्स नीरसता ला देता है. बीच-बीच में बालकनी, वॉशरूम या गार्डेन जैसी जगहों पर भी स्वच्छंद तरीके से यौन-संबंध का आनंद लें।
- अपने पार्टनर का पूरा फोकस अपनी ओर लाने के लिए सेक्सी अंदाज में कराहना या सी-सी की आवाज निकालना भी एक बेहतर तरीका है. वात्स्यायन ने कामसूत्र में इसे 'सीत्कार' कहा है।
- हर बार एक ही पोजिशन में सेक्स न करें. हर बार कुछ न कुछ नया करने की कोशिश करें।
- अपने पार्टनर से खूब प्यार भरी बातें करें. इन प्यार भरी बातों में सेक्स का नशा घुला हो, तो बात ही क्या है।
- संबंध बनाने से पहले अगर नहा-धोकर तरोताजा हो लें, तो सेक्स का मजा दोगुना हो जाएगा।
- अपनी आंखें बंद कर लें. इसके बाद ख्वाबों की दुनिया में खो जाएं. कल्पना करें कि आप उससे संभोग कर रहे हैं, जिससे आपका मन चाह रहा हो।
- स्त्री के गर्दन पर कोमलता के साथ किस करें. यह भाग भी संवेदनशील होता है. महिलाओं को इस पर चुंबन खूब भाता है।
- फीमेल पार्टनर को चार्ज होने का पूरा मौका दें. इसके लिए आप चाहे कोई भी तरीका अपना सकते हैं. चीभ के अगले भाग और उंगलियों का पूरा इस्तेमाल कर सकते हैं।
- फीमेल पार्टनर को चार्ज होने का पूरा मौका दें. इसके लिए आप चाहे कोई भी तरीका अपना सकते हैं. चीभ के अगले भाग और उंगलियों का पूरा इस्तेमाल कर सकते हैं।
- बेडरूम में भी कलाकारी दिखालाने का मौका न चूकें. चित्रकारी के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला पेंट ब्रेश लें और इसे अपने पार्टनर के सभी संवेदनशील अंगों पर फिराएं।
- अच्छी तरह स्नान करने के बाद बिस्तर पर जाकर देह पर शहद की कुछ बूंदे गिरा दें. इसके बाद देखें कि आगे क्या-क्या होता है।
- अच्छी तरह स्नान करने के बाद बिस्तर पर जाकर देह पर शहद की कुछ बूंदे गिरा दें. इसके बाद देखें कि आगे क्या-क्या होता है।
- सेक्स के दौरान गहराई से सांस लें. इससे आपको वातावरण खुशनुमा बनाने में मदद मिलेगी।
- पार्टनर के सभी संवेदनशील अंगों पर जीभ फिराएं और फिर लगातार ऐसी ही शरारतें करें. इसे मजा और बढ़ जाता है।
- संभोग शुरू करने से पहले घर के भीतर के कुछ रोचक काम साथ-साथ निपटाएं. इससे प्यार में इजाफा होता है।
- अगर मौसम गर्म हो, तो बर्फ के कुछ टुकड़े लेकर अपने पार्टनर के संवेदनशील अंगों पर डाल दें. इससे रोमांच और बढ़ जाएगा।
Tuesday, June 3, 2014
Llips care
व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कुराहट देखकर हमें प्रसन्नता होती है।
इसी मुस्कुराहट और होंठों को ध्यान से देखकर किसी भी स्त्री या पुरुष के स्वभाव को
समझा जा सकता है। ज्योतिष में शरीर के लक्षणों के देखकर व्यक्तित्व और भविष्य
बताने की विधि को सामुद्रिक विद्या कहते हैं। ये ज्योतिष का अभिन्न अंग है।
सामुद्रिक विद्या के अनुसार मनुष्य के सिर से लेकर पैर तक हर अंग के अपने कुछ
लक्षण होते हैं, उसकी बनावट, आकार और रंग हमारे व्यक्तित्व के
रहस्यों पर तो रोशनी डालते ही हैं, साथ ही भविष्य भी बताते हैं। किसी भी व्यक्ति
के होंठों को देखकर ये आसानी से बताया जा सकता है कि वह व्यवहार, आचार-विचार
और कार्यक्षेत्र में कैसा है।
किसी भी व्यक्ति से मिलते समय सबसे पहले हमारी नजर उसके चेहरे
पर पड़ती है और उस समय होंठों को ध्यान से देखा जाए तो कुछ खास बातें आप आसानी से
समझ जाएंगे। सभी लोगों के होंठ अलग-अलग प्रकार के होते हैं। यहां जानिए होंठों के
आकार और बनावट के अनुसार स्वभाव की खास बातें...
मोटे होंठ- जिस व्यक्ति के होंठ सामान्य से अधिक मोटे दिखाई
देते हैं, वे क्रोधी स्वभाव के होते हैं। ये लोग छोटी-छोटी बातों पर भी
गुस्सा हो जाते हैं। कभी-कभी इनका क्रोध इन्हें किसी परेशानी में डाल सकता है। ये
लोग भावना प्रधान और जिद्दी भी होते हैं।
रसिक होंठ- लाल रंग, मृदुल, चिकने,
कलात्मक
होंठ रसिक होंठ कहलाते हैं। ऐसे होंठ वाला व्यक्ति सुंदर, कला प्रिय और
अच्छे स्वभाव का होता है। रसिक होंठ वाले लोग समाज और घर-परिवार में मान-सम्मान प्राप्त करने वाले होते हैं। ये
लोग अपने कार्य क्षेत्र में उच्च शिखर तक जाते हैं और जीवन में कई उपलब्धियां
हासिल करते हैं।
गुलाबी होंठ- जिस व्यक्ति के होंठों का रंग गुलाबी होता है,
वह
व्यवहार कुशल, उदार और बुद्धिमान होता है। ऐसे होंठ वाले लोग अपने व्यवहार के
बल पर सभी का मन मोह लेते हैं। इनके मित्रों की संख्या भी अधिक होती है।
उभरे हुए होंठ- जिन लोगों के होंठ सामान्य स्थिति से अधिक उभरे
हुए दिखाई देते हैं, वे डरपोक स्वभाव के हो सकते हैं। ऐसे लोग किसी भी कठिन
परिस्थिति को हल करने का रास्ता आसानी से खोज नहीं पाते हैं।
अंदर की ओर धंसे हुए होंठ- जिस व्यक्ति के होंठ सामान्य स्थिति
से अधिक अंदर की ओर धंसे हुए हो वह रहस्यमय स्वभाव वाले होते हैं। इन लोगों के मन
की बात समझना काफी मुश्किल होता है। अंदर धंसे हुए होंठ वाले व्यक्ति अच्छे
योजनाकार होते हैं और ये लोग अपनी योजना को गुप्त रखने वाले होते हैं।
बड़े होंठ- जिन लोगों के होंठ सामान्य स्थिति से अधिक बड़े
दिखाई देते हैं, वे अच्छे खाने के
शौकीन होते हैं। इन्हें तरह-तरह के व्यंजन बहुत जल्दी लुभाते हैं। सामान्यत: ऐसे लोग जल्दी ही आवेश में आ जाते
हैं, लेकिन
इनका गुस्सा जल्दी ठंडा भी हो जाता है।
संकुचित होंठ- छोटे-पतले होंठ संकुचित होंठ कहलाते हैं। यदि
किसी व्यक्ति के ऐसे होंठ हैं और वे बेरंग भी हैं तो ऐसा व्यक्ति दिखावा करने वाला
होता है। बेरंग, छोटे और पतले होंठ वाले व्यक्ति अन्य लोगों पर अपना प्रभाव
बनाने की चेष्टा करते हैं।
होंठ पर तिल हो तो-
1. यदि
किसी व्यक्ति के होंठ पर तिल है तो ऐसे होंठ वाले व्यक्ति बहुत कामुक स्वभाव के
होते हैं। विपरीत लिंग के प्रति इनके मन में कई तरह प्रकार के कामुक विचार चलते
रहते हैं। ऐसे लोग दूसरों को बहुत जल्दी प्रभावित करने में सक्षम होते हैं।
2. यदि
होंठ के ठीक नीचे तिल हो तो ऐसे लोग कठिन परिश्रम करते हैं और आसानी से धन लाभ
अर्जित नहीं कर पाते हैं। इन्हें कठिन मेहनत के बाद भी लाभ प्राप्त होता है।
3. कभी-कभी
अचानक ही होंठों का फड़कना शुरू हो जाता है। अंगों के फड़कने का ज्योतिष में गहरा
महत्व है। अत: जब किसी व्यक्ति के होंठ फड़के तो यह उसे कोई प्रिय वस्तु के मिलने
का संकेत होता है।
ध्यान रखें, व्यक्ति के पूरे शरीर की बनावट के
अध्ययन के आधार पर ही सटीक भविष्यवाणी की जा सकती है। सभी अंगों का अलग महत्व होता
है। यहां होंठों के अनुसार स्वभाव की बातें बताई गई हैं, लेकिन अन्य
अंगों के प्रभाव से ये फल बदल भी सकते हैं।
Friday, May 30, 2014
Thursday, May 29, 2014
Neem ke gun
नीम के गुण |
नीम के बारे बचपन से सुना था यह कई प्रकार
के रोगों में काम आता है पर कुछ दिनों पहले जब मैं अस्वस्थ था तो नीम
के बारे में बहुत सी जानकारियां मिली नीम के पत्तो का काफी उपयोग भी किया गया मेरे
लिए | नीम हमारे भारतीय मूल कि प्रजाति है जो सबसे अधिक मूल्यवान है
लेकिन आज कल कि पीढ़ी को इसके बारे में बहुत ही कम जानकारी है |
नीम बहुत ही
गुणकारी पेड़ है नीम की पत्तिया , छाल , नीम के फल सभी बहुत ही
गुणकारी है | नीम की पत्तियों का धुँआ मच्छरों और कीड़े मकोडो को दूर भगाता
है कुछ समय पहले तक इसका इस्तेमाल बड़े -बड़े गोदामो में नीम की पत्तियों का धुआं
फैका जाता था जिसके कारण भंडारित अनाज में कीट पतंगे नहीं लगते थे , नीम के छाल से कई
प्रकार के रसायन मिलते है जो चमड़ा रंगने के काम आते है नीम का
उपयोग तेल साबुन , दन्त मंजन बनाने में भी किया जाता है | नीम के वृक्ष में अन्य
पेड़ की अपेक्षा अधिक ओक्सिजन होती है | आदि काम में हमारे ऋषि
मुनि भी कहा करते थे की नीम हवा को साफ़ करता है इसके हर भाग में औषधिक गुण है इसी कारण हमारे
बुजुर्ग सदियों से घरो के समीप नीम के पेड़ लगाते आये है |
आदि काल से इसका नाम उन देवताओ के साथ लिया जाता है जो रोगों और बीमारियों से हमारी रक्षा करते आये है सदियों से किसान अनाज को कीड़ो से बचाने के लिए नीम का पत्तो का प्रयोग करता आया है | गावो में चरम रोगों होने पर भी नीम की पत्तियों को उबाल कर नहाने की सलाह दी जाती है, पेट के कीड़ो और गठिया रोगों में भी नीम का तेल दवा के रूप में काम आता है | सदियों से हमारे पूर्वज नीम को घरेलु चिकित्सक के रूप में प्रयोग करते आये है आयुर्वेद में नीम को " सर्वरोग निवारण " की संज्ञा दी गई है | और भी ऐसी बहुत सी बीमारियाँ है जिसमे नीम का उपयोग होता है |
आदि काल से इसका नाम उन देवताओ के साथ लिया जाता है जो रोगों और बीमारियों से हमारी रक्षा करते आये है सदियों से किसान अनाज को कीड़ो से बचाने के लिए नीम का पत्तो का प्रयोग करता आया है | गावो में चरम रोगों होने पर भी नीम की पत्तियों को उबाल कर नहाने की सलाह दी जाती है, पेट के कीड़ो और गठिया रोगों में भी नीम का तेल दवा के रूप में काम आता है | सदियों से हमारे पूर्वज नीम को घरेलु चिकित्सक के रूप में प्रयोग करते आये है आयुर्वेद में नीम को " सर्वरोग निवारण " की संज्ञा दी गई है | और भी ऐसी बहुत सी बीमारियाँ है जिसमे नीम का उपयोग होता है |
गाव देहात के लोगो पुराने समय से नीम के
गुणों को जानते आये है परन्तु आज नीम का उपयोग पूर्ण रूप से नहीं हो रहा है
गावो में अक्सर लोग नीम का दातुन के रूप में इस्तेमाल करता है जो मुह के कई रोगों
से रक्षा करता है हम खुद भी जब भी गाव जाते है टूथब्रश का इस्तेमाल बहुत ही कम
करते है दातुन का ही प्रयोग करते है
..............घर के आँगन में नीम के पेड़ को लेकर कितने ही सांस्कृतिक बिम्ब हमारे सामाजिक जीवन में उभरे है , हिंदी साहित्य तथा गीतों में भी नीम का खुलकर बखान हुआ है सांप के काटने पर भी नीम की पत्तियों खिलाने का प्रचलन भी देहातो में है नीम के अनेको गुण है जिन लोगो ने इसे गंभीरता से जांचा परखा है उनका मानना है नीम अपने से दूसरी प्रजाति के पेड़ पौधों को भी सुरक्षा प्रदान करता है |
.........नीम में में विशेषताओं का खजाना लबालब भरा पड़ा है जो सिर्फ अधिक फसलो से उत्पादन में हमारी मदद करता है बल्कि भयंकर बीमारियों के उपचार हेतु प्रयोग में लाया जाता है|
नीम की महता को देखते हुए आज आवश्यकता इस बात की है की इस पेड़ को बहुमूल्य राष्ट्रीय संपदा घोषित किया जाए ............!
..............घर के आँगन में नीम के पेड़ को लेकर कितने ही सांस्कृतिक बिम्ब हमारे सामाजिक जीवन में उभरे है , हिंदी साहित्य तथा गीतों में भी नीम का खुलकर बखान हुआ है सांप के काटने पर भी नीम की पत्तियों खिलाने का प्रचलन भी देहातो में है नीम के अनेको गुण है जिन लोगो ने इसे गंभीरता से जांचा परखा है उनका मानना है नीम अपने से दूसरी प्रजाति के पेड़ पौधों को भी सुरक्षा प्रदान करता है |
.........नीम में में विशेषताओं का खजाना लबालब भरा पड़ा है जो सिर्फ अधिक फसलो से उत्पादन में हमारी मदद करता है बल्कि भयंकर बीमारियों के उपचार हेतु प्रयोग में लाया जाता है|
नीम की महता को देखते हुए आज आवश्यकता इस बात की है की इस पेड़ को बहुमूल्य राष्ट्रीय संपदा घोषित किया जाए ............!
Wednesday, May 28, 2014
Name of disease
Abscess & Boils
-- विदिध, फुंसियाँ , फोड़े
, व्रण
Abscess And Wounds
-- फोड़ा , विदिध , व्रण
Abscess, Wounds -- फोव्ड़ा , व्रण
Acidity Of Stomach
-- अम्लिपत,
अम्लता
Acidosis -- आम्लीयता
Acne -- मुँहासे, मुख
दूषिका, वयो व्रण
Acrodynia -- हाथ-पैरों में वेदना या ऐंठन
Acute Glossitis -- जीभ की नई सूजन , जिह्वा शोथ
Agranulocytosis -- कणापकर्ष
Alcoholism -- शराब से होनेवाले विकार, मदातयय
Allergic Fever -- एलर्जिक ज्वर
Allergy -- किसी चीज से असहिश्रुणता होना
Alopecia -- गंज , गंजापन
Alopecia, Favus -- बालों का उड़ना , गंज , गंजापन
Amblyopia -- दिवान्ध्य, दिन
मे दिखाई न देना
Amenorrhoea -- ऋतुरोध, माहवारी
न होना , रकना ,
रज अदर्शन ,
अनार्तव,
Amoebic Dysentery
-- अमीबिक पवाहिका,
आमातिसार
Ancylostoma,
Duodenale -- हुक के समान कीडे
Anemia -- रक्ताल्पता , पीलिया
Angina Pectoris -- दर्दे दिल
Anomalies Of
Urinary Secretion -- प्रमेह ,
शुक्र प्रमेह
Anorexia -- अरुचि, खाना
खाने की रुचि न होना
Anthrax -- अंगारा, ऊनघुनो
का रोग
Anuria, Suppression
Of Urine -- मूतनाश,
मूत्राघात ,
मूत न बनना
Anxiety -- बेचैनी, मानिसक
अशान्ति, घबराहट,
Apoplexy -- बेहोशी , मुर्छा,
संन्यास ,
अचेतना
Appendicitis -- आन्तपुच्छ शोथ
Ascaris- Round Worms -- गोल कृमि के चुए, महागुदा
Ascites -- जलोदर , पेट
मे पानी भरना
Asphyxia,
Suffocation -- दम घुटना ,
श्वासावरोध होना
Asthma -- दमा , सांस
की बीमारी
Athletes Foot -- पैर की दाद
Bacillary Dysentery
-- आमातिसार,
खूनी पेचिश,
रक्तातिसार ,
Backache, -- कमरदर्द
Bacteriemia -- जीवाणुमयता , रक्त मे जीवाणुओं का फैलना
Balanitis -- लिग के सुपारी मे सूजन , शिश्न शोथ
Bed Sores -- शय्या व्रण
Beri-Beri -- बेरी-बेरी वात , वलासक
Biliary Colic Or
Gall Stone Colic -- पित शूल,
पिताशय शूल ,
यकृत शूल
Biliary Disorders
-- पित के विकार
Billiousness -- पित्त प्रकोप, पैतिक अजीर्ण
Birth control &
family planning -- परिवार नियोजन ,
गर्भ निरोध
Bites & Stings
-- कीट दंश
Bleeding
(Haemorrhage) -- रकस्राव होना ,
खून का बहना
Blepharitis -- आँखो के पलको (पपोटो) की सूजन
Boils, -- फुंसियां-फोडे , व्रण, घाव
Breast Enlargement
-- स्तनों मे दूध की वृद्धि होना
Bright's Disease --
ब्राइटस् का रोग
Bronchitis -- बोकाइटिस , नई-पुरानी
वायुप्रणाली शोथ
Broncho Pneumonia
-- पणालीय फुफ्फुस प्रदाह
Bubo -- गिलटी , ग्रन्थि
शोथ
Burning Feet
Syndrome -- हाथ पैर के तलुओं मे जलन होना
Burns & Scalds
-- जल जाना ,
बल जाना ,
अग्नि दग्ध
Calcium Deficiency
-- कैल्सियम की कमी
Cancer -- कर्कट, घातक
Carbuncle -- दूषित व्रण ,
Cardiac -- हृदय संबंधी
Carries Of The
Teeth -- दन्त कृमि दांतो मे कीड़ा लगना
Cataract -- मोतिया , आँखो
का मोतियाबिन्द
Cerebro Spinal
Fever -- मिसतषक सुषुमा जवर
Chicken Pox,
Measles -- छोटी माता ,
छोटी चेचक ,
खसरा
Chilblains -- शीत दगध, बरफ
से गलना
Cholecystitis -- पिताशय शोथ, पिताशय की पथरी
Cholera -- कै दसत एक साथ , हैजा
Chorea -- कमपवात
Cirrhosis Of Liver
-- यकृ तशोथ
Cold Abscess -- शीत विदधी
Colds, Coryza,
Ozoena -- जुकाम . पितशयाय (नंया-पुराना)
Colitis -- आँत (बडी) की सूजन , बृहदंड शोथ
Common Diseases Of
The Liver -- जिगर के रोग या जिगर के विकार
Common Skin
Diseases -- खरॉच ,
टगड आदि तवचा के विकार
Conjunctivitis -- आँखे आना, आँखे
दुखना
Constipation -- मलावरोध, मलबनध
Corneal Opacity, --
आँखोका फोला,
नाखूना ,
फोला
Corneal Ulcer -- आँखोके धाव, नेत वण , कनीनिका
वण
Corns & Callosities
-- गोरखूल ,
आटन, कदर , गटे
, गोखर
Corns And
Callosities -- आटन,
कदर , गटे और गोरखूल
Corpulent, -- मोटापा , मेदसवी
, अति सथूलता
Cough -- खॉसी
Cracked Nipples -- सतनोका फट जाना
Cramps -- पेशियोकी शूलयुक ऐठन
Cretinism -- जनमज मूढता , जङवामनता , मूढता
Cystitis -- मूताशय पदाह , मूताशय शोथ
Dandruff -- पवास , बालोकी
रसी
Deafness -- कम सुनाई देना
Debility -- निबरल होना
Dehydration -- निजरलीकरण
Delirium -- बकवास करना , बहकना
Dementia -- बुदि वैकलय, मनोहारस
Dengue Fever -- असिथभंजन जवर, दणडक कार डँगू
Dental Caries -- दनतकरण , दांतो
मे कीडा लगना
Dentition Disorders
-- दॉतोका निकलना
Depression -- आलसय, शिथिलता
, मनोमालिनय,
मनोभंश
Dermatitis -- चमर शोथ , तवचा
पदाह , तवचा शोथ
Diabetes Insipidus
-- बहमूत, उदकमेह
Diabetes Mellitus
-- मधूमेह ,
मूत मे शकर आना
Diabetes, Insipidus
-- मधूमेह ,
बहमूल
Diabetic Coma -- मधुमेहजनय बेहोशी
Diarrhea, Loose
Motions -- अतिसार,
पतले दसत ,
दसत लगना
Diphtheria -- गल रोहिणी , कणठ रोहिणी
Dropsy -- पॉवोमे सूजन
Dropsy, Oedema -- सूजन , शोथ
Drowning -- पानी मे डूबना
Duodenal Ulcer -- गहणी वण, पकाशय
का वण
Dwarfism, Cretinism
-- बौनापन ,
कद का बहत छोटा होना
Dysentery -- पेचिश मरोडे, आँच वाले दसत
Dysmenorrheal -- कषातरव, कृ
चछातरव
Dyspepsia -- अगिमांद, अजीणर,
अरिच, मनदागि
Dysphagia -- खाना या पानी निगलने मे कष होना
Dyspnoea -- शासकृ चछता, सॉस कष से आना
Dysuria -- मूत कृ चछता , मूत करने मे पीडा
Earache Otalgia,
Pain In Ear -- कान मे ददर होना
Eczema -- अकौता, एगजीमा
, चमबल ,
छाजन , पामा
Electric Shock -- बिजली का धका लगना
Empyma -- पुवातमक फु पफु सावरण पदाह
Endocarditis -- अंतगरत शोथ, हदयानतरावरण पदाह
Endometritis -- गभारशय पदाह (सूजन) गभारशय शोथ
Enteritis -- आंत शोथ, आँतोमे
शोथ,
Entero Colitis,
Colitis -- बृहदनत शोथ ,
बडी आँत की सूजन
Entropion
Trichiasis -- पडवाल ,
पकम कोप
Enuresis -- बिना इचछा के मूत निकल जाना
Epididymitis -- उपाणड शोथ , उपाणड पदाह
Epilepsy -- मुगी के दौरे पडना
Epistaxis -- नाक से खून बहना , नकसीर
Erysipelas -- विसपर या सुखरवाद
Exhaustion -- थकावट होना, सब पकार की थकावटे
Facial Paralysis
Facial Palsy -- चेहरे का लकवा आनन पकाघात
Fainting, Apoplexy
-- अचेतना, मुछार , बोहोषी
False Pains -- नकली पसव वेदना
Favus -- फे वस , फं
गस से होने वाला चमर का संकामक रोग
Fever , Pyrexia -- बुखार , जवर
, शरीर का तापमान बढना
Filaria, Elephantiasis
-- फील पॉव,
हाथी पॉव
Fistula, Anal
Fissure -- भगनदर,
गुद विदार
Flatulence, -- पेट मे गॅस बनना, आफारा, आघमान,
आफारा आनाह
Foreign Body In
Nose -- नाक मे कोई वसतु चली जाना
Foreign Body In The
Ear -- कान मे कु छ पड जाना
Fracture -- असिथभंग, हडी
टूट जाना
Freckles -- तवचा (चमर) पर थबबे
Frost Bite -- फू ला मारना
Furuncle -- बाल तोड हो जाना
Furunculosis Of
External Meatus -- कान के बाहर की फु ँिसया
Gall Stone,
Cholelithiasis -- जिगर मे पतरी,
पिताशमरी
Gastritis -- आमाशय मे सूजन, आमाशय की शोथ
General Debility --
कमजोरी ,
निबरलता
Giddiness Or
Vertigo -- घुमेर ,
सिर चकराना ,
चकर आना
Gingivitis -- मसूढोकी सूजन , दनतमूल शोथ
Glaucoma -- धूम दृषी, सबज
मोतिया
Goiter, -- गलगणड
Goiter,
Bronchocoele, Stiff Neck -- गलगणड,
गिललड, गिलहड
Gonorrhea -- आगनतुक मेह, उषणवात , सूजाक
Gout -- वात रक, छोटे
जोडो का ददर, गिठया
Granular, Trachoma
-- पोथकी , आँखोके रोहे या कु करे
Graying Premature
-- असमय मे बाल सफे द हो जाना
Gum Boils -- मसूढोका फू ल जाना
Gun Shot Wound -- गेोोली लगा घाव
Haematemesis -- रकवमन , ऊलटी
मे खून , रक
Haematuria -- पेशाब मे खून आना, रक मेह
Haemoptysis -- बलगम मे खून
Haemoptysis,
Haematemesis -- उर शत ,
कफ या बलगम मे खून
Headache -- सिरददर
Heart Or Cardiac
Failure -- हदयावसाद,
हदयिनपात
Heat Exhaustion -- ताप शीणता
Hemiplegia -- अधारगवात, पकाघात
, फालिज ,
लकवा
Hepatitis -- यकृ त शोथ , यकृ त पदाह
Hernia -- अंत वृदि, आँतो
का उतरना
Herpes zoster,
shingles, -- कका ,
यजोपवीत
Hoarseness, aphonia
-- आवाज बैठ जाना,
सवरभंग, गला बैठना
Hodgkin’s' disease
-- होजिकन का रोग
Hook worms,
ankylostoma -- अंकु त कृ मि,
हक के समान कीडे
Hydrocele -- अणडकोष वृदि, अणडकोषोमे जल
Hydrophobia, rabies
-- अलकर विष,
जल संबास ,
जलातंक
Hyperpyrexia -- अति ताप, तापमान
का अधिक होना
Hypertension, high
blood pressure -- उच रकचाप ,
रकचाप का बढ जाना
Hypochondriasis -- रोगभम , वाधी
कलपना
Hysteria -- मिरगी , गुलम
वायु
Impotency -- मैथुन शकी की कमी
In growing Toe
Nails -- अंदर की ओर नाखून का बढना
Indigestion,
dyspepsia -- अजीणर,
अगिमांद,
मनदागि
Infantile
convulsions, eclempsia -- आकेप आना,
बाल आकेप ,
बचोको बॉवटे (कमहेडे) आना
Infection -- संकमण
Influenza, flu -- एनफलुएंनजा , शैोैषिमक जवर, फलू
Insanity, mania -- उनमाद वा पागलपन
Insomnia
sleeplessness -- अनिदा,
निदानाश ,
नीद न आना
Intestinal colic --
आंत शूल,
पेट शूल ,
शूल, पेट मे ददर
Intestinal
obstruction -- अंतावरोध,
आँतो मे बनध लगना
Intestinal thread
worms -- आँतो मे घुटने (घुने) होना सूत
कृ मि
Intestinal
tuberculosis -- आंतिक कय,
आँतोकी टी.बी .
Intestinal worms --
अनत कृ मि,
कृ मि, पेट मे कीडे
Iritis -- उपतारा शोथ
Irregular menses --
माहवारी अनियिमत आना
Itch, pruritis -- खाज , खुजली
, कणड
Jaundice, icterus
-- पीलिया ,
कामल
Kalazar, black
fever -- कालाजार ,
काला बुखार
Keratitis cornial
ulcer -- कनीनिका पदाह ,
कनीनिका वण
Lack of memory in
childhood -- बचोके दिमाग की कमी के रोग
Laryngitis -- सवरयंत शोध
Leprosy -- कु ष या कोढ
Leucoderma -- धवल रोग, शेत
कु ष, फु लबहरी ,
दवल रोग ,
सफे द दाग
Leucorrhoea -- पदर , शेत
पदर, सियोका पमेह
Leukemia -- लयुकिमिया , शेत रकता
Lice. Pediculosis
-- जू ँहो जाना ,
सिर मे जू ँहोना
Loss of appetite --
भूख न लगना,
मनदागि ,
अगिमांद
Low blood pressure
-- नयून रकचाप ,
रकचाप का गिरना
Lumbago -- कटीशूल
Lumbago, backache
-- किट शूल ,
कमर (पीठ) मे ददर
Malaria -- जाडे का बुखार , जुडीताप , शीत
जवर, मौसमी बुखार
Marasmus -- बचोका सूखिया , सुखणडी , मसान
Mastitis mammary
abscess -- सतन शोथ ,
सतन पदाह ,
सतनो मे सूजन
Mastoiditis -- कणरमूल- शोथ
Masturbation, -- हसतमैथून
Measles -- खसरा , छोटी
माता
Melaena -- काली टटी
Meniere’s disease
-- मिनियर की बीमारी
Meningitis -- दिमाग की सूजन
Meningitis
cerebro-spinal fever -- मिसतषकावरण
शोथ , गदरन बुखार
Menopause, change
of life -- रजोनिवृती के रोग (िवकार) होना
Menorrhagia -- माहवारी बहत अधिक आना अतिरज :, रकपदर
Mental disorders --
चिनता , घबराहट, बेचैनी,
तनाव
Mental Retardation
-- बौदिक विकास की कमी होना
Mestitis -- दुगध गिनथ शोथ , सतन पदाह
Metrorrhagia,
menorrhagia -- रकपपदर ,
रजसाधिकय,
अतयातरव
Migraine,
hemicrania -- अधारवभेदक,
आधासीसी
Morning sickness --
गभारवसथा मे क ँिमतली या वमन होना
Mumps, parotitis --
कनपेड, गलसुए
Myasthenia gravis
-- पेशियोकी दुबरलता
Myocarditis -- हदय पदाह , हदय
शोथ
Myxoedema,
cretenism -- बचोका कद छोटा रह जाना
Narcolepsy -- तवग् दाह
Narcosis, narcotic
poisoning -- निदाकर योगो की विषाकता
Nausea -- जी मिचलाना , वमनेचछा , अरित,
छिद
Nephritis,
pylonephritis -- गुरदे का शोथ ,
नई पुरानी वृक शोथ
Nervousness -- बेचैनी होना, घबराहट , दिल
का घबराना
Neuralgia -- तंतिका शूल, नाडी शूल , सायू
शूल
Neurasthenia -- नाडी दुबरलता, सायू दौबरलय , नाडियो की कमजोरी
Neuritis -- नाडी शोथ , नाडी
पदाह
New growths of the
nose -- नाक की नवासीर
Night blindness -- अनधराता, रात
को दिखाई न देना
Night fall -- सवप दोष , सवप
पमेह
Night mare -- नीद मे डरना , निदा भय
Night sweats -- राती भय, सवप
मे डरना , निदा भय
Nutritional
deficiency -- पोषण की कमी से होनेवाले रोग
Obesity -- मेदोवृदी , मोटापा
Oedema or dropsy --
चमर, शोथ, सूजन
Opacity of th
cornea -- फोला ,
आँखो का फोला,
नाखूना
Ophthalmia -- आँखे आना, आँखोकी
सूजन
Orchitis -- अणडकोष शोथ, अणड गिनथ पदाह
Osteomalacia -- असिथमदता, हिडयॉ
मुलायम हो जाना
Otalgia, earache --
कणरशूल ,
कान मे ददर होना
Otitis media -- कान मे सूजन , कणर पदाह
Ozoena -- नाक से बदबू आना पुराना जुकाम
Ozoena, chronic
rhinitis -- पीनस ,
पुराना जीकाम ,
जीणर पितशयाय
Pain in the joints,
rheumatism -- जोडोमे ददर,
सिनध शूल
Pains -- ददर, वेदना
या शारीरिक शूल होना
Palpitation of the
heart -- दिल धडकना ,
धडकन का बढ जाना
Paralysis or
hemiplegia -- पकाघात ,
लकवा , फालिज , अधरंग
Paraplegia -- अधर अंगघात
Paronychia, felon
-- अंगुल बेल,
अंगुल बेडा,
अंगुल हाडा
Pellagra -- तवक याड
Pemphigus -- पेमफीगस या विसफोट
Penis pruritis -- लिग (पुरष मुतेदिय) की खुजली
Peptic ulcer,
doudenal ulcer -- पकाशय वरण,
अमाशय वण,
पपाचय वण
Pericarditis -- हदयावरण शोथ , हदय गिलली शोथ
Pharyngitis -- गले मे ददर
Phimosis -- लिग चमर संकोच
Phlegm -- कफ
Photophobia -- असिहषणुता, रोशनी
से डरना
Phthisis,
tuberculosis, TB -- कय,
तपोदिक ,
टी .बी
Piles -- बवासीर
Piles, hemorrhoids
-- वातात और रकात (बवासीर)
Pimples -- मुहासे
Pityriasis capitis
-- पिटीरियासिस के पिटिस
Plague -- माहमारी , ताउन
, गिनथक जवर ,
अगि रोहिणी,
Pleurisy -- फु फफु सावरण शोथ
neumonia -- नयुमोनिया , फुपफुसशोथ , फुपफुसपदाह
Poliomyelitis -- पोलियो , बहमजकीय
शोथ
Post partum
hemorrhage -- पसव के बाद रकसाव
Pregnancy diagnosis
-- गभारवसथा की पिहचान
Premature
ejaculation -- मैथुन मे जलदी सखिलत होना,
शीघपतन
Prickly heat -- अमहोरी, गमी
के लाल दाने, घमोरी
Prickly heat -- गमी दाने, गमी
के लाल-लाल दाने, अमहोरी
Prolapse ani,
prolapse recti -- कॉच निकलना
Propapse of vagina
-- योनी का बाहर आ जाना
Prostatitis -- पौरष गिनथ की शोथ
Protein deficiency
diseases -- प्रोटीन की कमी से होनेवाले रोग
Pruritis, prurigo,
itch, scabies -- खाज ,
खुजली , खिरश
Pruritis, vulva -- भग की खुजली भग पदाह
Psoriasis -- सोरा दोष , अपरस
Psorisis -- अपरस, एक
कष और कीटिभ
Ptyalism,
salivation -- अति लालासाव,
लार का जयादा गिरना
Puerperal fever -- जचकी का बुखार , पसूत जवर , सुतिका
जवर
Pus -- पीप
Pustule in the nose
furuncuiosis -- नाक मे फुंसियॉ ,
नासागत पीडिकाये
Pyaemia -- पूयरकता, रकपूयता
, पीपयुक संकमण
Pyaemia or impurity
of blood -- रकपूयता या रक के विकार
Pyorrhoea
alveolaris -- दांतो या मसूढोसे पीप आना
Rabies, hydrophobia
-- पागल कु ते का काटना
Rat bite fever -- चुहे काटे का बुखार , मूषक दंश जवर
Raynauads diseases
-- कणठ की पेशियो का पकाघात
Relapsing fever -- पुनरावतरक जवर , बार-बार का बुखार
Renal calculus or
renal stone -- गुरदे मे पथरी होना ,
वृकाशमरी
Renal colic -- ोुगुरदे का ददर, वृक शूल
Retention of milk
-- सतनोमे दूध रकना (जम जाना)
Retention of urine
-- मूतावरोध,
मूत रकना ,
मूत कम होना
Retinitis -- दृषीशोथ , दृषीपटल
पदाह
Rheumatism gout -- गिठया गिठया वात , संधिवात
Rheumatoid
arthritis -- जोडोका सूजन ,
जोडोका ददर
Rickets -- असिथमृदूता
Ring worm -- दाद, पेट
की या नाखूनो की दाद
Ringworms of the
nails -- नाखुनोका दाद
Round worms,
lumbricoides -- गोल कृमि
Sciatica -- अकुं लगसा, गधृसी
, किट सायु झूल
Scorpion bite -- बिच्छू का काटना
Scrofula -- अंजीरबेल, कण्ठमाला
, गण्डमाला
Scurvy -- पशीताद, शीताद
Septicemia -- रोगाणुरकता
Septicemia -- रकिवषमयता , रक पूयता
Sexual debility -- लैगिक दुबरलता
Sexual debility of
th male organ -- पुरष जननेदिय की दुबरलता
Shock, collapse -- सदमा , अवसाद,
मुचछार, अचेतना
Sinuses due to LGV
disease -- भगनदर,
Sinusitis -- नाक के गुहा का शोथ , नासागुहा शोथ
Skin diseases -- चमर रोग, तवचा
विकार
Small pox -- बडी माता , छोडी
माता
Small pox -- चेचक , बडी
माता , मसूरिका
Sneeze -- छीक
Sneezing & colds
etc. -- अधिक छीके आना
Sperrmatorrhoea -- जिरयान , पमेह
, वीयर पमेह धातू साव,
शुकमेोेह
Sprains -- मोच अभिघातू, मसकोड
Sprue -- गहणी , संगहणी
, शेतातिसार
Sterility -- बचे न होना , वंधयतव
Sterility -- वनधयतव, बॉझपन
, बचे न होना
Stomatitis -- मुँह आना , मुँह
मे छाले, मुख पाक
Sty -- अंजनहारी, अंजनी,
गुहोटी ,
गुहॉजनी , िबलनी
Sub acute bacterial
endocarditis -- हदयानतरावरण शोथ
Summer diarrhea -- गमी के दसत , गीषमातिसार
Sun or heat stroke
-- लू लगना ,
आतप जवर,
ऊषमा-मूचछार्र
Sun stroke, heat
stroke -- ऊषमा-मूछार ,
ल् लग जाना
Suppurative otitis
media -- कान का बहना ,
कणरसाव
Syncope, fainting,
coma, shock -- मुचछार,
बेहोषी ,
संनयास ,
अचेतना
Syphilis -- फिरंग, गमी
, उपदंश,
आतशक
Syphilitic
affections of the nervous system नाडी
संसथान के उपदंशज रोग
Tabes dorasalis,
locomotor ataxy -- कलाय खंज
Taeniasis, tape
worms -- फीता कृ मी
Teething, dentition
-- बचोके दॉतो का निकलना
Tenesmus -- गुदा मे ऐठन होना
Tetanus -- अपतानक, धनुवारत,
धनुसतमभ
Tetanus -- टंकार , धनुषंकार,
धनुसतमभ,
हनुसतमभ
Tetany -- हाथ-पॉव की अंगुलियो मे कमप अपतानिका
Thirst -- तृषा, वृषणा
, पयास लगना
Thread worms, pin
worm -- चुने,
सूत कृ मी ,
सूती कीडे
Tinitus -- कानो मे आवाज होना
Tonsillitis -- गदद बढना
Toothache -- दनत शूल , दांतो
मे ददर होना
Toothache
odontalgia -- दॉत का ददर,
दनत शूल
Torn of the ear
drum -- कान का पदार फट जाना
Toxaemia -- विषमयता , विषाकता
Trachoma -- आँखोमे कु करे होना, टोहे होना
Travel sickness -- याता जनय के , याता जनय रोग
Tuberculosis of
lungs -- फु पफु स कय ,
फे फडोका कय ,
तपेदिक
Tumours -- अबुंद होना, गांठ, गिलिटयॉ
Typhoid fever -- आंबिक जवर, मियादी
बुखार
Typhus fever -- टाइफस फीवर , मोह जवर , तिनदक
जवर
Ulcer of stomach,
peptic ulcer -- आमाशय वण,
पकाशय वण,
विदिध
Unwanted hairs -- सियो के कोमल सथानो पर बाल निकलना
Ureamia -- मूत विषमयता , मूत विष संचार
Urethritis -- मूत्रमार्ग का प्रदाह (शोथ)
Urticaria -- छपाकी , पिती
उछलना, शीत पित
Vagina disease -- योनी के रोग, योनि के विकार
Vaginitis, vulvitis
-- योनी की सूजन ,
योनि का शोथ
Vasomotor rhinitis
-- अपीनस, बार-बार जुकाम होना
Vermes nasi -- नाक मे कीडे पड जाना , नाक के कीडे
Vincents angina -- विसेणट्स एंजायना
Vomiting, -- उल्टी , वमन
Wart -- मस्सा
Wax in the ear -- कान मे मैल इकठा होना
Whip worms,
trichuris -- कना कृमि,
चाबुक जैसे पेट के कीडे
Whitlow -- गलका
Whooping cough,
pertusis -- काली खाँसी
Wound -- घाव
Wounds, abscess,
ulcers -- घाव,
फोडे का घाव ,
फुंसियाँ
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