स्तन कैंसर और व्यायाम
एक अध्ययन में पता चला है कि
स्तन कैंसर के जो रोगी सप्ताह में लगभग
ढाई घंटे तक नियमित रूप से शारीरिक व्यायाम करते हैं, उनकी जान का खतरा काफी कम हो जाता है। अमेरिका के डिपॉर्टमेंट ऑफ
एनर्जी की लॉरेंस बर्केली नेशनल लैबोरेटरी ने
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर में सलाह दी है कि
स्तन कैंसर के रोगियों को अधिक व्यायाम करने की सलाह उनके जीवन का रक्षामंत्र बन सकती है। हल्की दौड़ लगाना चहलकदमी करने से
बेहतर साबित हो सकता है। बर्केली लैब के जीवन
विज्ञान विभाग के पॉल विलियम्स द्वारा किए गए 'नेशनल रनर्स
एंड वॉकर्स हेल्थ स्टडी' में स्तन कैंसर के लगभग 986 रोगियों
की दिनचर्या को रिकार्ड किया गया। अध्ययन
में पता चला कि प्रतिवर्ष स्तन कैंसर के ऐसे रोगी,
जो व्यायाम के रूप में सिर्फ चहलकदमी करते हैं, उनमें 714
में से 31 लोगों की मौत हुई।
जबकि
जो लोग हल्की दौड़ लगाते हैं, उनमें 272 में से सिर्फ 13 लोगों की जानें गईं। चहलकदमी करने वाले
और हल्की दौड़ लगाने वाले कैंसर के रोगियों का जब अलग
अलग अध्ययन किया गया, तो पता चला कि हल्की दौड़
लगाने वाले रोगियों की मृत्युदर केवल चहलकदमी करने वाले रोगियों से काफी कम है।